उत्तरप्रदेश,गाजीपुर
मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा0 आनन्द मिश्रा पर मनमानी का आरोप लगाकर समाजसेवा के लिये पागल बने युवक ने अपने समर्थको के साथ मोर्चा खोल दिया है। युवक के सैकड़ो समर्थक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचे और मौजूदा जिलाधिकारी अविनाश कुमार से मिलकर समाजसेवी को समाजसेवा करने का निर्देश जारी करने की अनुमति देने की मांग करने लगे। समूचा मामला पूर्वांचल के गाजीपुर जिले का है।
बताया जाता है कि शहर क्षेत्र का युवक बिरेन्द्र कुमार लम्बे समय से जिला अस्पताल व मेडिकल कालेज में समाजसेवा करता है। उसके समर्थकों का कहना है कि लोगो के इलाज में आने वाली परेशानी को ठीक करने व पीड़ित की मदद करने के साथ-साथ लावारिस लाशों का भी अंतिम संस्कार युवक लगातार करता है। जिसके चलते सुबह 8 बजे से देर रात तक युवक मेडिकल कालेज में ही घूमता रहता है। युवक की समाजसेवा से प्रभावित होकर इलाकाई सपा नेता व सदर विधायक जैकिशन साहू ने युवक को अपना मेडिकल प्रतिनिधि भी घोषित कर दिया जिसका पत्र मेडिकल कालेज के प्राचार्य व जिलाधिकारी को दिये जाने की तसदीक विधायक ने खुद किया है तो आखिर मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य को इस समाजसेवी को लेकर परेशानी क्या है ? जब प्रधानाचार्य ने समाजसेवी को साफ कह दिया कि वह अस्पताल व मेडिकल में आकर बिना वजह का चक्रमण न करें इसी बात से नाराज समाजसेवी के सैकड़ो समर्थक जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गये।
इस बावत जब मेडिकल कालेज के प्रधानाचार्य डा0 आनन्द मिश्रा से बात हुई तो उन्होंने साफ कहा कि मेडिकल कालेज में चिकित्सा, चिकित्सक, दवा व अन्य इंतजाम बेहतर है। जबकि कुछ लोग समाजसेवा के नाम पर आये दिन अराजकता फैला रहे है। जबकि इस बारे मे ंसाफ शासनादेश है कि किसी भी मेडिकल कालेज या वार्डो में समाजसेवी तो दूर मरीज के परीजनों को भी फुल टाइम इन्ट्री नही है ऐसे मे समाज सेवा करने वाले तो व्यवस्था का अग है ही नही इसलिये इधर उधर फालतू घूमकर समाजसेवा के नाम पर लोगों को बरगलाने वाले को अस्पताल परिसर में अपनी उपस्थिति दर्ज कराने की अनुमति नही है। पूर्व में भी मेडिकल कालेज में समाज सेवा के नाम पर दलाली करने वाले कई लोगों के खिलाफ मुकदमें भी दर्ज कराये गये है लेकिन कुछ लोग ऐसे है जो बेहयायी पर आमादा है। उनकी मनमानी नही चलेगी।
बिरेन्द्र को अस्पताल से बाहर निकाले जाने पर जिलाधिकारी से मिले बिरेन्द्र समर्थको ंको डी0एम0 ने आश्वासन दिया है कि समाज सेवा करने वालो को भी एक आई0डी0 कार्ड जारी किया जायेगा जिससे उनकी पहचान आसान हो जाय, बिना आई0डी0 के ऐसी महत्वपूर्ण जगहों पर चक्रमण ठीक बात नही है। यानि बिरेन्द्र या अन्य समाजसेवी को अगर किसी संस्थान मे लगातार सेवा करनी है तो उसकी आई0डी0 जारी किया जायेगा। बिना आई0डी0 के चक्रमण करना उचित नही हैै।
गाजीपुर उत्तर प्रदेश से जिला संवाददाता राम प्रवेश राय की रिपोर्ट
0 Comments