चोरी की बैटरी के साथ चोर और रिसीवर गिरफ्तार, RPF ने किया रेल संपत्तियों की चोरी का पर्दाफाश
BBC CRIME TV
उत्तरप्रदेश, कानपुर नगर
कानपुर। रेलगाड़ियों के रेक से इमरजेंसी लाइट और कीमती बैटरी चोरी करने वाले गिरोह के विरुद्ध कानपुर सेंट्रल आरपीएफ ने सर्जिकल स्ट्राइक की है। आरपीएफ की टीम ने न केवल शातिर चोर को चंदारी यार्ड से दबोचा, बल्कि उसकी निशानदेही पर चोरी का माल खरीदने वाले दुकानदार (रिसीवर) को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इनके पास से भारी मात्रा में चोरी की बैटरियां बरामद हुई हैं।
कानपुर सेंट्रल के प्रभारी निरीक्षक सिद्धनाथ पाटीदार ने बताया कि पिछले कुछ समय से ट्रेनों के रेक से लाइट और बैटरी गायब होने की शिकायतें मिल रही थीं। इसके लिए SI अमित कुमार द्विवेदी और डिटेक्टिव विंग के ASI जय प्रकाश पाठक के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई थी। 18 दिसंबर को गश्त के दौरान टीम ने चंदारी यार्ड में खड़े एक रेक के भीतर संदिग्ध हलचल देखी। आरपीएफ को देखते ही आरोपी फहीम उर्फ पप्पू (निवासी सुजातगंज) कोच से कूदकर रेलवे ट्रैक पर भागने लगा। टीम ने घेराबंदी कर उसे धर दबोचा, जिसके पास से एक बोरी में 04 रेल इमरजेंसी लाइट और बैटरियां बरामद हुईं।
पूछताछ के दौरान आरोपी फहीम ने कबूल किया कि वह लंबे समय से यार्ड में खड़े कोचों से बैटरियां चोरी कर रहा था। उसने बताया कि वह यह माल हरवंश मोहाल स्थित 'रामबाबू लाइट वाले' की दुकान पर बेचता था। आरपीएफ ने तत्काल छापेमारी कर दुकानदार कृष्ण कुमार गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया। दुकानदार के पास से पूर्व में चोरी की गई 04 अन्य बैटरियां भी बरामद की गईं।
इस सफल ऑपरेशन में मुख्य रूप से निरीक्षक सिद्धनाथ पाटीदार, SI अमित कुमार द्विवेदी, ASI जय प्रकाश पाठक, ASI सी.पी. सिंह, ASI राजेश सिंह, हेड कांस्टेबल रामबीर सिंह, योगेंद्र सिंह और कांस्टेबल रामचंद्र शामिल रहे।
आरपीएफ ने दोनों आरोपियों के खिलाफ 03 (RPUP) एक्ट (रेलवे संपत्ति अवैध कब्जा अधिनियम) के तहत मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
सुरेश राठौर

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